शिव जी ने बाधि हो चीर होली गायन के साथ हुआ जागेश्वर में चीर बंधन……होली गानों पर भी खूब थिरके लोग…..।
जागेश्वर। शिव के मन माही बसे काशी…आधी काशी में बामन बनिया…..आधी काशी में सन्यासी….इस सुन्दर होली गायन के साथ चीर डोले को मुकेश भट्ट की अगुवाई में स्थानीय लोगों ने बनाया। इस दौरान लोगों ने अलग अलग होली गायन किया और कई लोग खूब थिरके ( नाचे )।चीर बंधन कार्यक्रम के पश्चात् चीर के डोले को पारम्परिक ढोल नगारें की थाप पर स्थानीय लोगों द्वारा परिक्रमा पथ पर श्री जागेश्वर मंदिर, पुष्टि माता मंदिर, महा मृत्युंजय मंदिर, केदार मंदिर सहित बटुक मंदिर ले जाया गया,जहाँ पुजारियों द्वारा चीर का विधिवत आरती पूजन किया गया, इस दौरान लोगों ने खूब होलियाँ गाई।
आज मान्यतानुसार पूरी बाजार के सभी दुकानों में ढोल नगारों को बजाते हुये स्थानीय लोगों द्वारा चीर को लेकर हर जगह होली गायन किया गया और चीर डोले की सभी दुकानों में व्यापारियों द्वारा पूजा अर्चना की गयी।इस अवसर पर मुकेश भट्ट, गोपाल दत्त भट्ट, नवीन चंद्र भट्ट,रूप सिंह, भूपाल सिंह, उमेद सिंह,दीवान नाथ, हिमांशु भट्ट,भगवान भट्ट, जगदीश भट्ट, लक्ष्मी दत्त भट्ट, गिरीश भट्ट, केवल भट्ट तनुज भट्ट, मोहित भट्ट आदि तमाम लोग मौजूद थे।