6वर्ष बीत जाने के बाद भी नहीं मिली गौ सदन के संचालन की स्वीकृति…
पशुपालन विभाग आज भी मौन…
जागेश्वर मंदिर प्रबंधन समिति से भी नहीं मिल पायी कोई जानकारी….
जागेश्वर।दिसम्बर 2018 में जागेश्वर गौलोक धाम के पत्रों का संज्ञान लेते हुये तत्कालीन जिलाधिकारी द्वारा 20दिवस भीतर गौ सदन के निर्माण हेतु 5सदस्यों की कमेटी गठित की थी, जिसको संज्ञान लेते हुऐ राजस्व विभाग द्वारा पशु पालन विभाग को गौ सदन के संचालन हेतु 4नाली भूमि का आवंटन डिगरी गुठ जागेश्वर में किया गया था, पर 6वर्ष बीत जाने के बाद भी पशुपालन विभाग मौन बने बैठा है।
विगत वर्षों में जागेश्वर मंदिर प्रबंधन समिति द्वारा पशुपालन की डिगरी गुठ स्थित इस भूमि पर समतलीकरण के कार्य हेतु ग्रामीण निर्माण विभाग अल्मोड़ा को कार्य सौंपा गया था पर आज तक भी कुछ समतलीकरण का कार्य पूरा नहीं हो सका है।
जागेश्वर मंदिर प्रबंधन समिति की कार्यवाहक प्रबंधक तहसीलदार बरखा जलाल के मुताबिक जागेश्वर धाम के श्रधांलु राज भट्ट द्वारा 3लाख ₹की धनराशि गौ सदन के निर्माण हेतु जागेश्वर मंदिर समिति को दी गयी थी, जिसमें से 50प्रतिशत धनराशि को ग्रामीण निर्माण विभाग को समतलीकरण हेतु दिया जा चुका है शेष बची धनराशि मंदिर समिति के पास मौजूद है।
इधर जागेश्वर गौलोक धाम न्यास के अध्यक्ष आनन्द बल्लभ भट्ट का कहना है कि न्यास द्वारा कई बार जागेश्वर मंदिर समिति व विभाग को अवगत कराया पर ना गौ सदन के कार्य ही पुरे हुये, ना हमें कोई जानकारी मिल पायी।
वहीं मुख्य पशु चिकित्साधिकारी
योगेश अग्रवाल का कहना है कि वह कभी कार्य दिवस पर विभागीय कार्यालय पहुँचे तो वार्ता हो सकेगी।